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आमेट, राजसमंद जिले का एक प्रमुख नगर है। यह कपडे एंव मार्बल मण्डी के लिए जाना जाता है। इस नगर में महाविद्यालय की कमी काफी समय से महसूस की जा रही थी। इस कमी को दूर करते हुए राज्य सरकार ने 12 जुलाई 1999 में यहंमहाविद्यालय खोला।

महाविद्यालय हेतु राज्य सरकार के कुल 11 हेक्टेयर भूमि निःशुल्क आंवटित की, जिस पर महाविद्यालय भवन निर्माण एवं व्यवस्था समिति आमेट ने अथक प्रयास करके इस महाविद्यालय भवन का निर्माण कराया।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से प्राप्त अनुदान से भी महाविद्यालय में कक्षा-कक्षों का निर्माण करवाया गया है। 

                यहंा कला सकाय एवं वाणिज्य संकाय के अध्ययन की सुविधा हैं। यहां कला संकाय में हिन्दी साहित्य, अर्थशास्त्र, भूगोल एवं राजनीति शास्त्र विषयों में अध्ययन की सुविधा है तथा वाणिज्य संकाय मे लेखा एवं व्यावसायिक सांख्यिकी, व्यावसायिक प्रशासन तथा आर्थिक प्रशासन एवं वित्तीय प्रंबध विषय उपलब्ध हैं। यह महाविद्यालय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से स्थायी रूप से संबद्ध है। यह महाविद्यालय अपने स्वयं के भवन मे चल रहा है।

                इस महाविद्यालय में प्रवेश राजस्थान सरकार द्वारा निर्धारित नीति नियमों के अनुसार देय होता है। अन्य व्यवस्थाएं राज्य सरकार एवं विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों एवं आदर्शों के अनुसार संचालित होती हैं ।

आमेट, राजसमंद जिले का एक प्रमुख नगर है। यह कपडे एंव मार्बल मण्डी के लिए जाना जाता है। इस नगर में महाविद्यालय की कमी काफी समय से महसूस की जा रही थी। इस कमी को दूर करते हुए राज्य सरकार ने 12 जुलाई 1999 में यहंमहाविद्यालय खोला।

महाविद्यालय हेतु राज्य सरकार के कुल 11 हेक्टेयर भूमि निःशुल्क आंवटित की, जिस पर महाविद्यालय भवन निर्माण एवं व्यवस्था समिति आमेट ने अथक प्रयास करके इस महाविद्यालय भवन का निर्माण कराया।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से प्राप्त अनुदान से भी महाविद्यालय में कक्षा-कक्षों का निर्माण करवाया गया है। 

                यहंा कला सकाय एवं वाणिज्य संकाय के अध्ययन की सुविधा हैं। यहां कला संकाय में हिन्दी साहित्य, अर्थशास्त्र, भूगोल एवं राजनीति शास्त्र विषयों में अध्ययन की सुविधा है तथा वाणिज्य संकाय मे लेखा एवं व्यावसायिक सांख्यिकी, व्यावसायिक प्रशासन तथा आर्थिक प्रशासन एवं वित्तीय प्रंबध विषय उपलब्ध हैं। यह महाविद्यालय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से स्थायी रूप से संबद्ध है। यह महाविद्यालय अपने स्वयं के भवन मे चल रहा है।

                इस महाविद्यालय में प्रवेश राजस्थान सरकार द्वारा निर्धारित नीति नियमों के अनुसार देय होता है। अन्य व्यवस्थाएं राज्य सरकार एवं विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों एवं आदर्शों के अनुसार संचालित होती हैं ।

आमेट, राजसमंद जिले का एक प्रमुख नगर है। यह कपडे एंव मार्बल मण्डी के लिए जाना जाता है। इस नगर में महाविद्यालय की कमी काफी समय से महसूस की जा रही थी। इस कमी को दूर करते हुए राज्य सरकार ने 12 जुलाई 1999 में यहंमहाविद्यालय खोला।

महाविद्यालय हेतु राज्य सरकार के कुल 11 हेक्टेयर भूमि निःशुल्क आंवटित की, जिस पर महाविद्यालय भवन निर्माण एवं व्यवस्था समिति आमेट ने अथक प्रयास करके इस महाविद्यालय भवन का निर्माण कराया।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से प्राप्त अनुदान से भी महाविद्यालय में कक्षा-कक्षों का निर्माण करवाया गया है। 

                यहंा कला सकाय एवं वाणिज्य संकाय के अध्ययन की सुविधा हैं। यहां कला संकाय में हिन्दी साहित्य, अर्थशास्त्र, भूगोल एवं राजनीति शास्त्र विषयों में अध्ययन की सुविधा है तथा वाणिज्य संकाय मे लेखा एवं व्यावसायिक सांख्यिकी, व्यावसायिक प्रशासन तथा आर्थिक प्रशासन एवं वित्तीय प्रंबध विषय उपलब्ध हैं। यह महाविद्यालय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से स्थायी रूप से संबद्ध है। यह महाविद्यालय अपने स्वयं के भवन मे चल रहा है।

                इस महाविद्यालय में प्रवेश राजस्थान सरकार द्वारा निर्धारित नीति नियमों के अनुसार देय होता है। अन्य व्यवस्थाएं राज्य सरकार एवं विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों एवं आदर्शों के अनुसार संचालित होती हैं ।