BEST PRACTICES

हमारे बेहतरीन आचरण / उत्कृष्ट कार्यप्रणालियां / श्रेष्ठ परंपराएं

किसी भी संस्थान को सर्वोत्तम शिखर पर ले जाने के लिए श्रेष्ठ परंपरा का होना बहुत जरूरी है l इनकी शुरुआत अभ्यास के रूप में होती है इसके पश्चात यह अभ्यास आचरण का रूप ले लेता अतिथि सत्कार राजकीय महाविद्यालय गोविंदगढ़ की एक श्रेष्ठ परंपरा है l महाविद्यालय स्टाफ के साथ ही साथ विद्यार्थी भी सदैव अतिथियों के स्वागत में तत्पर रहते हैं l महाविद्यालय में आने वाले अभिभावकों, ग्रामीण जनों , अन्य आमंत्रित अतिथियों , सभी के साथ महाविद्यालय परिवार का सम्मानजनक एवं  आत्मीय व्यवहार रहता है l  

 परस्पर सहयोग एवं टीम भावना  के साथ कार्य करना राजकीय महाविद्यालय गोविंदगढ़ की एक अन्य श्रेष्ठ परंपरा है l टीम भावना के कारण सहजता से कठिन से कठिन कार्य संपादित हो जाते हैं l इसी टीम भावना के कारण महाविद्यालय में कार्मिकों की संख्या अत्यंत न्यून होने के बावजूद भी सभी कार्य समय पर संपादित हो जाते हैं l विद्यार्थियों को भी टीम का हिस्सा बनाया जाता है तथा उनसे भी महाविद्यालय के कार्यों में सहयोग लिया जाता है विद्यार्थी खुशी-खुशी इस कार्य को करते हैं l 

महाविद्यालय शिक्षण कार्य के साथ ही साथ अपने सामाजिक सरोकारों के प्रति भी जागरूक है l समुदाय के प्रति मैत्री का भाव रखते हुए उन्हें अपने विभिन्न कार्यक्रमों में शरीक करना तथा उनकी समस्या का समाधान करना महाविद्यालय का एक उत्कृष्ट आचरण है l पर्यावरणसंरक्षण,नशामुक्ति,मतदाता जागरूकता जैसी मुहिम में महाविद्यालय के विद्यार्थी आमजन को भी अपने साथ सम्मिलित करके चलते हैं l