कॉलेज शिक्षा विभाग ने सत्र 2020-21 से स्नातक प्रथम वर्ष एवं स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आनंदम नामक नया विषय पाठ्यक्रम में अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया है। इसके 100 अंक होंगे �"र विद्यार्थियों के अंकों की कुल प्रतिशत की गणना में अंक जुड़ेंगे। आनंदम विषय में वर्ष भर दो प्रकार के काम किए जाएंगे । प्रथम दैनिक कार्य, जिसमें विद्यार्थी अपने घर, परिवार एवं आस-पड़ोस में ऐसे सामाजिक कार्य करेंगे जिनके करने से उन्हें आनंद की अनुभूति हो। ऐसे कार्यों को रोजाना छात्र अपनी दैनिक डायरी में अंकित करेंगे। दूसरा कार्य परियोजना का है जिसमें आठ से 10 छात्रों को एक समूह में बैठकर मेंटर द्वारा किसी भी कॉलोनी/क्षेत्र/संस्था को अपनाकर वहां के अलग-अलग मुद्दे जैसे स्वच्छता/साक्षरता/ स्वास्थ्य/ वृक्षारोपण या अन्य स्थानीय महत्व को लेकर काम करना होगा। सत्र के अंत में चयनित छात्रों को प्राचार्य की �"र से उल्लेखनीय सामाजिक कार्यों के लिए मेंटर की अनुशंसा पर प्रशस्ति प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा। यह विषय विद्यार्थियों में सामाजिक समन्वय, सौहार्द, प्रसन्नता एवं सकारात्मकता का संचार फिर से स्थापित करने की दिशा में एक प्रयास है। आनंद विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने का उद्देश्य विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता विकसित करना व उनमें सकारात्मक सोच विकसित करना है। डॉ0 रूपाली सैनी नोडल अधिकारी आनंदम |
Important Documents |
Aanandam Formats of Synopsis |
Aanandam Formats of Final Project |
Guidelines for Anandam-1 |
Guidelines for Anandam-2 |
Glimpses of Anandam Diwas |
1 Caring Stray Animals |
2 Poster on Healthy Childhood |
3 Clothes for Needy |
4 Cleanliness: Gaushala |
5 Media News : November |
6 Healthy Childhood |
7 ANANDAM-1 |
8 ANANDAM-2 |
9 ANANDAM-3 |
10 ANANDAM-4 |
Anandam Photo