प्रिय विद्यार्थियों आप सभी का इस महाविद्यालय मे हार्दिक स्वागत हैं। यह आपका सौभाग्य है कि आप 1977 में स्थापित हुए महाविद्यालय से जुड़े हुए हैं, जो चित्तौड़गढ़ जिले का दूसरे नंबर का बड़ा महाविद्यालय है। जहां प्रति वर्ष लगभग 2000 विद्यार्था नियमित , 3000 विद्यार्था स्वयंपाठी के रूप में अध्ययन करते हैं।
यहां स्नातक स्तर की कला, विज्ञान , वाणिज्य की सभी कक्षाएं संचालित हैं साथ ही स्नातकोत्तर स्तर पर हिंदी, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र तथा इतिहास में कक्षाएं संचालित की जा रही है। यह महाविद्यालय सभी प्रकार के संसाधनों से परिपूर्ण हैं जहां सुव्यवस्थित प्रशासनिक भवन, सभी प्रयोगशालाएं, सेमिनार हॉल, , विभिन्न कक्षा कक्ष, कंप्यूटर रूम, स्मार्ट रूम, लैंग्वेज रूम तथा विभिन्न प्रकार के खेल के मैदान सुसज्जित है। यहां के पुस्तकालय में 25,000 से अधिक पुस्तकें विद्यार्थियों के लिए सुलभ है। महाविद्यालय के आकर्षक प्रवेश द्वार , आकर्षक उद्यान भी विद्यार्थियों को आकर्षित करता है।
यहां के विद्वान संकाय सदस्य समर्पित भाव से विद्यार्थियों को अध्यापन के साथ-साथ उनके साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं खेलकूद अभिरुचियों के अनुरूप विभिन्न प्रकार के सकारात्मक कार्यक्रम नियमित तौर पर आयोजित करते हैं।
विद्यार्थियों वर्तमान शताब्दी में शिक्षा सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण विषय है, साथ ही शिक्षा का महत्व भी सर्वविदित है। अतः मैं आप से अपील करता हूं कि आप इस अवसर का लाभ उठाएं तथा समर्पित भाव के साथ अध्ययन करते हुए अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम रहें, जिससे आप विद्यार्थी जीवन के बाद जब पारिवारिक, सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करें तो एक सफल नागरिक के तौर पर समाज , राष्ट्र की सेवा में अपने आप को पा सकें।
इसी आशा - विश्वास के साथ पुनः आप सभी का स्वागत अभिनंदन।
धन्यवाद, जय हिंद।
प्राचार्य
डॉ भीमराव अंबेडकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, निंबाहेड़ा