HISTORY

स्वर्ण त्रिकोण पर्यटन के मध्य स्थित दौसा का एक मात्र सरकारी महिला महाविद्यालय 1996 में स्थापित हुआ। अप्रेल 1991 में जयपुर जिले से अलग बने नवीन दौसा जिले मे महिला शिक्षा की महती आवश्यकता को देखते हुये वैकल्पिक रूप से पुराने कोर्ट भवन में यह महाविद्यालय प्रारंभ हुआ।2004 में जन सहयोग एवं निवर्तमान सांसद के प्रयासों से नवीन भवन गुप्तेश्वर मन्दिर के निकट स्थानान्तरित किया गया। महाविद्यालय 48 बीघा क्षेत्रफल मे फैला हुआ है। परिसर मे छात्रावास,खेल मैदान की सुविधा उपलब्ध हैं। वर्तमान मे कला,वाणिज्य,विज्ञान वर्ग मे स्नातक तथा हिन्दी साहित्य �"र ए.बी.एस.टी मे स्नाताकोत्तर स्तर पर अध्ययन,अध्यापन का कार्य संचालित है। महाविद्यालय मे अकादमिक शिक्षा के अतिरिक्त व्यवसायिक एवं रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम भी संचालित किये जाते हैं। सहशैक्षणिक गतिविधियों में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं स्काउट, रेंन्जर्स,स्पोकन ट्यूटोरियल,युवा विकास केन्द्र,विभिन्न खेलों की प्रतियोगिताऐं महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय स्तर की विभिन्न खेल प्रतियोगिताऐं आयोजित होती हैं। विगत सत्रों मे महाविद्यालय के परीक्षा परिणाम श्रेष्ठ रहे। अनेक छात्रा�"ं का खेल के क्षेत्र में विश्वविद्यालय एवं राज्य स्तर की प्रतियोगिता�"ं में चयन हुआ है तथा महाविद्यालय कि राष्टी्रय सेवा योजना इकार्इ को राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जा चुका है।