RANGERING

रेंजरिंग विंग

हमारे मनीषियों का वेद वाक्य है-- "या विद्या सा विमुक्तए" अर्थात विद्या वह है जो अज्ञानता से मुक्त करती है। अतः हम यह कह सकते हैं कि मात्र शैक्षिक गतिविधियों द्वारा हम विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान देकर  जीविकोपार्जन करने में सक्षम हैं लेकिन उनका सर्वांगीण विकास एवं उन्हें सुयोग्य नागरिक बनाने के लिए महाविद्यालय में सह शैक्षिक गतिविधियों का संचालन भी आवश्यक है।

 

रेंजरिंग गतिविधि की उपयोगिता--


 छात्रा"ं द्वारा राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार प्राप्त करने पर वे रेलवे भर्ती के लिए आवेदन करने हेतु पात्र हैं। स्काउट गाइड के लिए विभिन्न जोन में स्पेशल भर्ती निकाली जाती है, जिसमें स्काउट गाइड ही आवेदन कर सकते हैं। सर्किल 'र्गेनाइजर जो हमारे जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनकी नियुक्ति भी राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त स्काउट गाइड "र स्नातक की डिग्री है, वही विद्यार्थी पात्र होता है निपुण शिविर में भाग लेने पर विद्यार्थी को उच्चतर पाठ्यक्रम प्रवेश में 3% व राज्य पुरस्कार प्राप्त विद्यार्थी को 5% का पात्रता प्रतिशत में अतिरिक्त लाभ मिलता है।

 

रेंजरिंग की महाविद्यालय में उपलब्धता--


 महाविद्यालय में रेंजरिंग विंग की 3 इकाइयां संचालित है। इस कार्य के लिए तीन प्रभारी प्रति इकाई अनुसार नियुक्त किए जाते हैं। प्रति इकाई में 24 छात्राएं भाग ले सकती हैं। तीनों इकाइयों में कुल 72 छात्राएं भाग ले सकती हैं। इसके लिए वे संबंधित प्रभारी से संपर्क कर अपना नाम लिखवा सकती हैं।

 

रेंजरिंग विंग में भाग लेने की योग्यता--


 महाविद्यालय की रेंजरिंग इकाई में भाग लेने के लिए आवश्यक है--
 (A) छात्रा महाविद्यालय की नियमित विद्यार्थी हो।
 (B) छात्रा की आयु 15 वर्ष 3 माह से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

 


रेंजरिंग विंग की उपलब्धियां--


(A) कोरोना काल को छोड़कर प्रतिवर्ष छात्राएं राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड जिला मुख्यालय, श्री गंगानगर में बेसिक कोर्स (निपुण शिविर) में भाग लेती हैं। प्रतिवर्ष निपुण शिविर में प्रशिक्षित रेंजर्स क्षेत्रीय कार्यालय, बीकानेर (स्काउट एंड गाइड) में राज्य पुरस्कार शिविर में भाग लेती हैं। 
(B) 2021-22 में 12 रेंजर्स ने निपुण शिविर में  तथा 4 रेंजर्स ने वॉल क्लाइंब एवम एडवेंचर शिविर/ राज्य पुरस्कार रेंजर प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। 
(C) कोरोना काल में रेंजर्स ने प्रशासन के साथ मिलकर कई सहायता कार्य किए।
(D) रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में 2021-22 में स्वैच्छिक रक्तदान, एचआईवी एड्स व नशा दुष्प्रभाव पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित कर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया।
 (E ) 28 रेंजर्स ने 2021-22 में 15 अगस्त को स्थानीय प्रशासन द्वारा आयोजित मुख्य समारोह में परेड में भाग लिया व महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। 
(F) स्काउट एंड गाइड के तहत नेशनल ग्रीन कोर योजना अंतर्गत इको क्लब द्वारा पर्यावरण जागरूकता संबंधी कई कार्यक्रम- पौधारोपण, पोस्टर- प्रतियोगिता, व्याख्यान, रैली, नारा लेखन व प्रोजेक्ट मॉडल तैयार किए गए।
(G) 17 मई से 25 जून 2022 तक 4 रेंजर्स ने कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर (स्थानीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय इंदिरा चौक श्रीगंगानगर) में विद्यालय की छात्रा"ं को मेहंदी व सिलाई का प्रशिक्षण दिया।