HISTORY

प्राचार्य की कलम से
स्वतन्त्रता पूर्व से ही प्रान्त में महिला षिक्षा के प्रति उदासीनता रही है, जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार की �"र से महिला महाविद्यालयों की स्थापना समय-समय पर की जाती रही है। मात्र 6 वर्ष पहले शुरू हुए कॉलेज को सरवाड़ में होना ही इस क्षेत्र के लिए किसी वरदान से कम नही है। जरूरत है राज्य सरकार की इस पहल का भरपूर लाभ उठाने की। सामान्य तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावक इस कारण भी अपनी बेटियों को उच्च षिक्षा से वंचित कर देते है कि लड़कियों के लिए अलग से कॉलेज नही है। सरवाड़ क्षेत्र के पहले महिला कॉलेज की स्थापना इसलिए भी अहम है कि राज्य सरकार ने महिला षिक्षा को बढ़ावा देने की इच्छा से बहुत सी सुविधाए दे रखी हैं। परिणामस्वरूप बहुत कम शुल्क में बेहतर सुविधाएँ �"र प्रषिक्षित स्टाफ द्वारा प्रदत्त षिक्षण छात्रा�"ं की समझ �"र व्यक्तित्व को तराषने का काम करेगा।
इस महाविद्यालय में षिक्षण के साथ-साथ छात्रा�"ं के सर्वांगीण विकास के लिए षिक्षणेतर गतिविधियों का संचालन भी किया जाता है। महिला-प्रकोष्ठ, युवा विकास केंद्र, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, खेलकूद, विषय विषेषज्ञों के व्याख्यान,रोजगारसलाह संबंधी व्याख्यान (कुटीर उद्योग) आदि द्वारा छात्रा�"ं के चहुॅमुखी विकास के अनेक अवसर प्रदान किए जाते है।
महाविद्यालय परिवार में अनुषासन एवं सौहार्द्र पूर्ण वातावरण के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।
शुभकामना�"ं सहित
प्राचार्य