INTRODUCTIONS

राजकीय विधि महाविद्यालय, चूरू जिले का एकमात्र विधि महाविद्यालय है। राजकीय लोहिया महाविद्यालय के परिसर में राजस्थान सरकार ने 1979 में  विधि पाठ्यक्रम की कक्षायें प्रारम्भ की। 2005  में बार कौंसिल इंडिया ने विधि को पूर्णकालीन पाठयक्रम घोषित किया।  इसी वर्ष  राजकीय विधि महाविद्यालय एक पृथक महविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ एवं लोहिया महाविद्यालय में ही कुछ कमरों में संचालित होने लगा। महाविद्यालय हेतु स्वतंत्र भवन जो कि बी.सी.आई. के मानकों को पूरा कर सकें इस हेतु राज्य सरकार ने 4 करोड़ 38 लाख रुपये का बजट आवंटित किया। दो वर्ष की समयावधि में विशाल भवन बनाकर तैयार हुआ। महाविद्यालय के नवीन भवन का 21 सितम्बर 2016 को उद्घाटन हुआ, 5 नवंबर 2017 से शैक्षणिक कार्य प्रारम्भ हो गया। इसके अतिरिक्त सत्र 2007-08  में महाविद्यालय विकास समिति का गठन किया गया, जिसके अंतर्गत स्ववित्तपोषित योजना में विधि स्नातकोत्तर (एलएल.एम.) की कक्षायें प्रारम्भ की गई। महाविद्यालय में लगभग 450 छात्र छात्रायें अध्ययनरत हैं। महाविद्यालय में विधिक सहायता केन्द्र, रोजगार सहायता केन्द्र, युवा विकास केन्द्र एवं निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षा हेतु कोचिंग कक्षायें संचालित की जा रही है। महाविद्यालय के पुस्तकालय में लगभग 7000 पुस्तकें है। महाविद्यालय मे अध्यापन हेतु 8 सह/सहायक आचार्य एवं 03 अशैक्षणिक कर्मचारी भी कार्यरत है।अब तक  महाविद्यालय के 40 विद्यार्थियों का चयन न्यायिक सेवा में हो चूका है एवं 2007 से अब तक एलएल.एम. उत्तीर्ण कर 16 विद्यार्थी नेट-सेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकें है एवं लोक सेवा आयोग द्वारा कई विद्यार्थी सहायक आचार्य के पद पर चयनित हुए है एवं कई विद्यार्थी अनवरत शोध कार्य कर रहे है। महाविद्यालय  का यह प्रयास है कि यहाँ प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी न केवल अधिवक्ता बल्कि सरकारी एवं गैर सरकारी क्षेत्रों में अपने परिवार व महाविद्यालय का नाम रोशन करें।