प्रिय विद्यार्थियो, आपके चिर प्रतीक्षित उच्च शिक्षा के केंद्र एवं माँ सरस्वती के पावन मंदिर मे आपका हार्दिक स्वागत ! राठ क्षेत्र के ज्ञान पिपासु�" के शिक्षोक्न्न्यन हेतु 1977 स्थापित इस महा विधालय की अनेक स्वस्थ एवं गौरवशाली परम्पराएँ रही है। यह महाविधालय आपको योग्यतम विषय विशेषज्ञों द्वारा अध्यापन, सह शैक्षणिक गतिविधियों एवं शिक्षा के लिए आवश्यक समस्त संसाधन तथा सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए शांत, स्वस्थ, अनुशशित वातवर्ण प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। आप युवा है तथा असीम ऊर्जा एवं तेज से सम्पन्न है। अतः मैं आपको यथार्थ का बोध करना चाहता हूँ। आप अपनी असीम ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक कार्यों मे करे तथा अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के परिणाम की भी सोच ले तो निश्चित रूप से सफलता प्राप्त करेंगे तथा समाज मे प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। आप श्रेष्ठ गुरुजनों के सानिध्य मे सदगुणो का विकास करे क्योकि फूलों की गंध तो जिधर हवा बहती है उधर ही जाती है जबकि गुणो की गंध चारों तरफ फैलती है । आप प्रभुद्ध, चरित्रवान एवं समर्पित नागरिक के रूप मे समाज एवं राष्ट्र के निर्माण मे महती रहे.
डा अमिता सारस्वत |